प्रवाल पिष्टी नाम तो आपने जरुर सुना होगा इसका नाम जितना अलग है इसके फायदे भी काफी अलग और बेहतरीन है, प्राय डाक्टरो द्वारा इसका प्रयोग कैल्शियम की कमी होने पर दी जाती है।
इसका पिष्टी को समुद्र मे पाये जाने वाले पौधे जिसे कोरल या मुॅगा बोलते है उसके चुर्ण से बनाया जाता है।, इसमे प्राकृतिक रुप से कैल्शियम से भरपुर होता है।
मार्केट मे कई सारे ब्राण्ड और कम्पनी मे यह उपलब्ध है यह आर्टिकल praval pishti uses in hindi, प्रवाल पिष्टी के बारे मे सम्पुर्ण जानकारी बताई गई, है अगर आपको इसका सेवन करने जा रहे है तो इस आर्टिेकल को पढ़े जोकि आपको प्रवाल पिष्टी से जुडी सारी जानकारी प्राप्त कर सके।
प्रवाल पिष्ट क्या है ?
प्रवाल पिष्टी डाक्टरो द्वारा सुझाया जाने वाला एक आयुर्वेदिक औषधि है जोकि शरीर मे हडडियो, दातो, मे कैल्शियम की कमी से होने वाले रोगो को उपचार मे किया जाता है।
यह समुद्र मे पाई जाने वाला जीव मुॅगा जिसे कोरल भी बोलते है उससे बनाई जाती है। इस रंग प्राय गुलाब रंग का होता पाउडर के रुप मे होता है। इसमे गुलाब का अरक भी मिलाया जाता है। प्रवाह पिष्टी कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत होता है।
प्रवाल पिष्टी के फायदे | praval pishti uses in hindi
हडिडयो और दातो को मजबुती मे सहायक
प्रवाल पिष्टी मे अधिक मात्रा मे कैल्शियम होता है जोकि हमारी हड्डियोंो और दांतो मे खो रहे कैल्शियम को रोकता है और हडडियो और दातो को मजबुत बनाने मे मदद करता है।
दिल की बिमारी मे सहायक
प्रवाह पिष्टी का उपयोग दिल की बिमारी से बचने के लिए किया जाता है इसमे मौजुद कैल्शियम की मात्रा शरीर मे रक्त चाप का स्तर कम करता है और कलेस्ट्रोल लेवल को भी कम करता है। जिसके कारण हमारा दिल लम्बे समय तक स्वस्थ्य रहता है।
पेट सम्बन्धित समस्याओ से आराम मे
प्रवाह पिष्टी का प्रयोग पेट मे होने वाली विभिन्न प्रकार की समस्याओ को दुर करने के लिए किया जाता है। यह इसमे मौजुद कैल्शियम पेट मे अल्मीयता को कम करता है। जिसके कारण हमे अधिक अम्ल से होने वाली विभिन्न प्रकार की समस्या नही होती है।
त्वचा को स्वस्थ्य रखने मे सहायक
प्रवाल पिष्टी का प्रयोग शरीर मे कैल्शियम की मात्रा को बैलेन्स करता है। जिससे त्वचा स्वस्थ्य और चमकददर बनती है। इसका प्रयोग त्वचा पर एक्जिमा और पित्तीय जैसे रोगो से लडने और उपचार मे काफी मददगार साबित होता है। इसके अलावा यह शरीर मे मृत त्वचा को हटा कर नई त्वचा लाने मे मदद करता है।
कैन्सर के खतरे को कम करता है
प्रवाल पिष्टी शरीर के बाहरी त्वचा की परत एपिडर्मिस मे कैल्शियम की मात्रा बनाये रखता है, जिसके कारण सुरज की हानिकारक किरणो से सुरक्षित रखने मे मदद करता है। जिससे त्वचा कैन्सर से बचाव होता है।
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प्रवाल पिष्टी खुराक, प्रवाल पिष्टी लेने का तरीका
प्रवाल पिष्टी का प्रयोग विभिन्न उम्र के लोगो के लिए भिन्न भिन्न प्रकार से होता है-
बुजुर्गो के लिए | उम्र – 40 से 80 वर्ष खुराक – 125-250मिलीग्राम, दिन मे 1-2 बार सेवन विधि – भोजन के बाद दुध, शहद और पानी के साथ |
जवान के लिए | उम्र – 18 से 40 वर्ष खुराक – 250-500मिलीग्राम, दिन मे 1-2 बार सेवन विधि – भोजन के बाद दुध, शहद और पानी के साथ |
बच्चे | उम्र – 2 से 17 वर्ष खुराक – 50-125मिलीग्राम, दिन मे 1-2 बार सेवन विधि – भोजन के बाद दुध, शहद और पानी के साथ |
प्रवाल पिष्टी का मुल्य
प्रवाल पिष्टी के दाम की बात करे तो ये कई सारी बा्रडस और मात्रा मे उपलब्ध है इसकी कीमते ब्राण्ड की नाम, गुणवत्ता, मात्रा पर के कारण भिन्न हो सकते है –
डाबर | मात्रा – 10 ग्राम मुल्य – 300 से 500 |
पतन्जली | मात्रा 10 ग्राम मुल्य 250 से 400 |
बै़द्वनाथ | मात्रा 5 ग्राम कीमत 200 से 500 रुपये |
झण्डु | मात्रा 5 ग्राम कीमत 150 से 200 रुपये |
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प्रवाल पिष्टी के नुकसान,दुस्प्रभाव,हानि
प्रवाल पिष्टी के अनेको फायदो के साथ साथ बहुत सारी कई प्रकार के दुस्प्रभाव भी देखने को मिलते है जोकि निम्नलिखित है-
किडनी मे स्टोन की समस्या
कैल्शियम की अधिक मात्रा के कारण किडनी मे स्टोन का खतरा बढ़ जाता है। जोकि बेहद गम्भीर बिमारी है।
पाचन सम्बन्धित समस्याऐ- प्रवाल पिष्टी के प्रयोग से ऐसीडिटी, कब्ज और गैस जैसी समस्या देखने को मिलती है।
हाईपर कैल्शियम
प्रवाल पिष्टी की अधिक मात्रा लेने से रक्त मे कैल्शियम की मात्रा पढ़ जाती है जिसके कारण शरीर हाईपरकैल्शियम की स्टेज पर पहुच जाता है जहा पर उल्टी दर्द, कमजोरी और थकान महसुस होती है।
एलर्जी
प्रवाह पिष्टी के प्रयोग से शरीर मे विभिन्न प्रकार के एलर्जी देखने को मिल सकती है जैसे खुजली, जलन और दर्द आदि
प्रवाल पिष्टी की तासीर
कैल्शियम से भरपुर प्रवाल पिष्टी की तासीर ठण्डी होती है।
FAQ
प्रवाल पिष्टी क्या काम करती है
प्रवाल पिष्टी हडिडयो को मजबूत करने, कैल्शियम की कमी को खत्म करने, ब्लड प्रेशर को नियन्त्रित रखने,हार्माेन्स सन्तुलन को बनाये रखने मे, और सुधारने मे मदद करता है।
प्रवाल पिष्टी कैसे लें?
प्रवाल पिष्टी का प्रयोग दिन मे 1 से 2 बार 125 से 250 मिलीग्राम की मात्रा मे लेना सही होता है। प्रवाह पिष्टी का प्रयोग शहद, दुध और घी के साथ मिलाकर सेवन करना उचित होता है इसका प्रयोग भोजन के बाद करना उचित होता है। ताकि पाचन क्रिया मे सहायता मिले
प्रवाल किस चीज से बनता है?
प्रवाल पिष्टी का निर्माण प्रवाल जोकि एक समुद्री जीव से होता है। जिसमे कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है इसको पीस कर प्रवाल पिष्टी का निर्माण किया जाता है हालाकि इसमे अलग से रंग के लिए गुलाब का अरक भी मिलाया जाता है।
निष्कर्ष
आज हमने प्रवाल पिष्टी praval pishti uses in hindi के बारे म जाना जिसका प्रमुख कार्य शरीर मे कैल्शियम की कमी को दुर करके हमारी हडडियो और दांतो के सेहत को सही करना होता है।
यह प्राकृतिक कैल्शियम का बहुत अच्छा स्त्रोत है। यह शरीर मे बेहद फायदेमन्द साबित होता हैै अगर इसका प्रयोग सही से किया जाये आपको यह आर्टिकल कैसा लगा हमे ं कमेन्ट करके जरुर बताये और हमारे लिए कोई सुझाव हो तो हमशे जरुर करें ।
हेलो दोस्तों मेरा नाम निशा यादव है उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर कानपुर से निवास करती हूं मैं इस पेज की ऑथर और लेखिका हूं मुझे सेहत के संबंधी और दवाइयों के बारे में लिखना और पढ़ना बहुत अच्छा लगता है और उनसे जो भी ज्ञान प्राप्त होता है मैं अपनी वेबसाइट के जरिए आप लोगों के साथ शेयर करती हूं 2014 में मैंने m.a. से अपना पोस्ट ग्रेजुएशन किया हुआ है वर्तमान में मैं एक संस्था में कार्यरत हूं